Wednesday, October 15, 2014

ये जान चली जाएगी तुम बिन

तुम्ही हो राधा तुम्ही हो मीरा 
तुम्ही हो दिन मेरा तुम्ही सवेरा 
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन 
तुम ही हो मेरे विरह की पीड़ा 
वृन्दावन की हर गली मेरा मन 
गौए गोपी मेरे दिल की धड़कन 
कैसे तुम्हे सताए कैसे रास रचाए
मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन

मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
आ जाओ मेरे अब प्रियतम तुम
मत भटकाओ मत तरसाओ
मत पल पल हर पल
मुझको तडपाओ
ये जान चली जायेगी तुम बिन
ये जान चली जाएगी तुम बिन

No comments: