Wednesday, October 15, 2014

एक अनूठी पहेल हर कोई कर सकता है 
बस और बस दिल में जज्बा होना चाहिए 
मुहब्बत होनी चाहिए अपनी मुहब्बत की तरहा
चाहत होनी चाहिए पूरी सिद्दत से हर लम्हे
उन नन्हे पदों से बात करो उनको निहारो 
प्रकृति के साथ भी तो अपने कुछ लम्हे गुजारो 
ये जिन्दगी बहुत छोटी है मेरे दोस्त
इसको यु मत उजाडो इसको यु मत उजाडो
हम अगर अनदेखी करेंगे इनकी
तो ये हमको मिटा देंगे इतिहास के पन्ने से
और सुबूत भी है इसके लाखो गवाह भी है
जप्पन की सुआमी याद कर लो
भोपाल की त्रासदी
केदारनाथ की तबाही याद कर लो
अगर ये भी ना याद आये तो
तो बहार निकल कर अपने चारो और देख लो
एड्स वायरस की कहानी याद कर लो
अफ्रीका में अभी ताज़ी ताज़ी एबोला वायरस की जवानी याद कर लो
जिसने अपने आगोश में जाने कितनो को ही ले लिया
कितने मासूमो को अपनी भूख का ग्रास बना लिया
संभल जाओ ऐ दुनिया वालो
नही वक़्त पल में सदियों को बदल देता है तो
तो हम क्या चीज है

धन्यवाद .शुक्रिया,

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