खैरख्वाह उनके हुए तो दुनिया जलने लगी
हम मुफ्त में ही बदनाम हुए तो कुसूर है मेरा क्या
तबस्सुम में उनकी खो दिए हम खुद को ही
तमाम इल्जाम लगे हमपे तो कुसूर है मेरा क्या
नूर ने उनके बेनूर कर दिया हमको
खवाबो में अपने घरौंदा बना लिया मैंने उनकी बाहों का
सारी सारी रात जागते रहते तो सारा सारा दिन हम सोने लगे अपने ख्वाबो में
अब जमाने ने दीवाना करार कर दिया तो मेरा कुसूर है क्या
हम मुफ्त में ही बदनाम हुए तो कुसूर है मेरा क्या
तबस्सुम में उनकी खो दिए हम खुद को ही
तमाम इल्जाम लगे हमपे तो कुसूर है मेरा क्या
नूर ने उनके बेनूर कर दिया हमको
खवाबो में अपने घरौंदा बना लिया मैंने उनकी बाहों का
सारी सारी रात जागते रहते तो सारा सारा दिन हम सोने लगे अपने ख्वाबो में
अब जमाने ने दीवाना करार कर दिया तो मेरा कुसूर है क्या
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