तुम्ही हो राधा तुम्ही हो मीरा
तुम्ही हो दिन मेरा तुम्ही सवेरा
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
तुम ही हो मेरे विरह की पीड़ा
वृन्दावन की हर गली मेरा मन
गौए गोपी मेरे दिल की धड़कन
कैसे तुम्हे सताए कैसे रास रचाए
मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
आ जाओ मेरे अब प्रियतम तुम
मत भटकाओ मत तरसाओ
मत पल पल हर पल
मुझको तडपाओ
ये जान चली जायेगी तुम बिन
ये जान चली जाएगी तुम बिन
तुम्ही हो दिन मेरा तुम्ही सवेरा
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
तुम ही हो मेरे विरह की पीड़ा
वृन्दावन की हर गली मेरा मन
गौए गोपी मेरे दिल की धड़कन
कैसे तुम्हे सताए कैसे रास रचाए
मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
मन की सूनी अब राह है तुम बिन
हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन
आ जाओ मेरे अब प्रियतम तुम
मत भटकाओ मत तरसाओ
मत पल पल हर पल
मुझको तडपाओ
ये जान चली जायेगी तुम बिन
ये जान चली जाएगी तुम बिन
No comments:
Post a Comment