Monday, January 16, 2017

सच में जब अपनो का साथ मिलता है तो असीमित शक्ति का एहसास होता है,,,जो मेरे सहकर्मियों और मित्रो की वजह से मुझे मिली ,,,,सच में इनके बिना मैं कुछ भी नही,,,और शायद ये भी ,,इसी लिए ये रिश्तों की डोर ,,,मोती की माला जैसी है जिनमे नित नई मोतियां जुड़ती जा रही है,,,मेरे अपनों के रूप में ,,,जिनमे हर नया रिश्ता मेरे लिए ,,,और मेरी जिन्दगी के लिए अप्रतिम है,,,ये अनुभव भी सच में अद्भुत है ,,,, जहाँ सब अपने है,,कोई पराया नही,,,, जहां सिर्फ प्रेम है,,,द्वेष नही,,, जहां गैर होकर भी अपनों से बढ़कर है,,और कोई गैर नही,,, बस मैं यही कहूंगा Love you jindgi,,,,, Regards Earth care foundation Nirmal kumar awasthi

सच में जब अपनो का साथ मिलता है तो असीमित शक्ति का एहसास होता है,,,जो मेरे सहकर्मियों और मित्रो की वजह से मुझे मिली ,,,,सच में इनके बिना मैं कुछ भी नही,,,और शायद ये भी ,,इसी लिए ये रिश्तों की डोर ,,,मोती की माला जैसी है जिनमे नित नई मोतियां जुड़ती जा रही है,,,मेरे अपनों के रूप में ,,,जिनमे हर नया रिश्ता मेरे लिए ,,,और मेरी जिन्दगी के लिए अप्रतिम है,,,ये अनुभव भी सच में अद्भुत है ,,,,
जहाँ सब अपने है,,कोई पराया नही,,,,
जहां सिर्फ प्रेम है,,,द्वेष नही,,,
जहां गैर होकर भी अपनों से बढ़कर है,,और कोई गैर नही,,,

बस मैं यही कहूंगा

Love you jindgi,,,,,

Regards
Earth care foundation
Nirmal kumar awasthi

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