Thursday, October 27, 2016

ek muskaan: सच में अतीत के पन्ने ,,है वो ,, या मेरे निश्छल मन ...

ek muskaan: सच में अतीत के पन्ने ,,है वो ,, या मेरे निश्छल मन ...: सच में अतीत के पन्ने ,,है वो ,, या मेरे निश्छल मन ,,की पुकार ,,, जिनकी राह तकते रहते है ,,नैन हमारे ,, की तुम आओगी मिलने ,,,मुझसे,, ...

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