ईश्वर की उपासना हमे एक ऐसे संसार से परिचित कराती है जहाँ सबकुछ कल्पना से परे महसूस होता है,,,मात्र आँखे बंद करने से और उस निराकार परमेश्वर में लीन होने मात्र से जैसे ये संकुचित और असंतुष्ट जीवन किसी केंद्र पर जाकर ठहर जाता है और वह शून्य ही जो हमारे मन में केंद्र बनकर उभरता है वो सारे दैनिक सम्मोहन को नष्ट कर एक ऐसे आनंद की अनुभूति कराता है जिसका अनुभव हम भौतिक जीवन में रहकर कभी भी अनुभव नही कर सकते हैं,,,,,
इसके साथ ही हमारे शरीर के साथ साथ हमारे जीवन की नकारात्मक ऊर्जा का क्षय,,,और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होने लगता है,,ये हमारे विस्वास को दृढता प्रदान करने के साथ ,,,जीवन में आने वाली हर कठिनाई से लड़ने के लिए मुस्कराता हुआ साहस प्रदान करता है,,,जिससे कैसी भी परिस्थिति आने पर मन संयमित रहता है ,,,अथवा विचलित नही होता,,,
इसलिए सुबह थोड़ी देर ईश्वर से बात कीजिये
ईश्वर में लीन होकर देखिये,,,,
हे ईश्वर।।।।।।
Nirmal Earthcarefoundation Ngo
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