Wednesday, December 28, 2016

प्यार ,,से,,प्यार,,को,,मैंने,,,प्यार कर लिया,,, और,, ना,, ना,,,करते ,,,करते ,,,इकरार ,,,कर ,,लिया,,, सच में,,,मैंने,,प्यार,,को,,मैंने,, प्यार,,से,,,प्यार,,कर,,, लिया, Love you hmesha,,,,,💝💝💝💝💝😘😘😘😘🎊🎊🎊🎊🎊💝💝💝

प्यार ,,से,,प्यार,,को,,मैंने,,,प्यार कर लिया,,,

और,,
ना,, ना,,,करते ,,,करते ,,,इकरार ,,,कर ,,लिया,,,
सच में,,,मैंने,,प्यार,,को,,मैंने,,
प्यार,,से,,,प्यार,,कर,,, लिया,

Love you hmesha,,,,,💝💝💝💝💝😘😘😘😘🎊🎊🎊🎊🎊💝💝💝

Monday, December 26, 2016

a little step can able to won a dangerous battle

a little step can able to won a dangerous battle

आज दिल टूट रहा है क्यों ऐसा होता

आज दिल टूट रहा है
क्यों ऐसा होता है
और अगर ऐसा ही होना था
तो अपनों से बढ़कर क्यों बने हमारे लिये
लोग कहते है ये दुनिया है
ये सदा की रीत है
आने वाले का जाना निश्चित है
लेकिन इस तरह शायद नही
ये हमारे पापो का फल है ठीक
पर इतना असहनीय
इतना दर्दनाक
क्यों तुम मेरे भौ नही थे
लेकिन भाई से कही बढ़कर
उस नन्हे मासूम का क्या दोष
जो अभी एक महीने का भी नही हुआ
तुम तो चले गए
पर एक बच्चे से उसके पिता का हक़ छीन लिया
वो रोती बिलखती जिसे अर्धांगिनी का हक दिया
उसे अकेला क्यों कर गए
वो माँ जिसका आँचल आज सूना है
जो दया का सागर है
उनका दिल क्यों तोड़ गए
हे ईश्वर मुझे आज भी विस्वास नही हो रहा
अभी भी मुझे झूठा सपना लग रहा है
चारो तरफ आंसुओ का सागर है
उसमे सभी डूबे हुए है
धैर्य और विस्वास नष्ट हो गया है
ऐसे तुम छल कर चल गए
ऐसे तुम छल कर चले गए

हे राम।।।।।।।।।।।।।

रिश्तो का बंधन भी कैसा होता है जो एक कच्चे धागे में हमे अपनों से जोड़े रखती है और हमारे मन में भी हर लम्हे जाने कितने प्रेम के सागर उमड़ते रहते है जो हमारे एहसासों को और हमारे सपनो को असीम ऊर्जा से संचारित करता है जिससे ना सिर्फ हमे जीने की शक्ति मिलती है अपितु हमे एक अच्छा इंसान बनाने में सहायक होती है और मानवता की राह में चलने को हर पल प्रेरित करती है जय श्री कृष्णा ???????????????????? निर्मल मन

रिश्तो का बंधन भी कैसा होता है जो एक कच्चे धागे में हमे अपनों से जोड़े रखती है
और हमारे मन में भी हर लम्हे जाने कितने प्रेम के सागर उमड़ते रहते है जो हमारे एहसासों को और हमारे सपनो को असीम ऊर्जा से संचारित करता है जिससे ना सिर्फ हमे जीने की शक्ति मिलती है अपितु हमे एक अच्छा इंसान बनाने में सहायक होती है और मानवता की राह में चलने को हर पल प्रेरित करती है

जय श्री कृष्णा ????????????????????

निर्मल मन

जाने क्यों सांझ होते ही यादों के आने का सिलसिला ,,,कुछ बढ़ सा जाता है,,

जाने क्यों सांझ होते ही
यादों के आने का सिलसिला ,,,कुछ बढ़ सा जाता है,,
हम्म,,,तुमसे दूर जो हूं,,,
हम्म,,,मजबूर जो हूं,,,
कुछ कर नही सकते,,
पर इस मन का क्या करे,,
जिनमे बिन रोक टोक की ,,
तुम्हारी यादे चली आती है,,,
और मैं इनमे खोकर,,,
इकटक आवाज लगाता हु,,,
अजी सुनती हो,,,
और बाहे कुछ हरकत करे ,,,उससे पहले
ये एहसास हो जाता है,,
की तुम मेरे पास नही हो,,,
की तुम मेरे साथ नही हो,,,
और आँखे,,स्तब्ध सी,,,
किवाड़ के बाहर एकटक देखती रहती है,,
की शायद कोई आवाज आये,,,
कोई मेरे पास आये,,,
धीरे धीरे सांझ ढल जाती है,,,
धुंधले से अँधेरे में
कुछ तारे टिमटिमाने लगते है,,,
आंखमिचौली खेलते हुए ,,,
एक दुसरे से रूठने,,,
तो एक दुसरे को मनाने लगते है,,,
सच में ये एहसास,,,
और मेरे मिलान की प्यास,,
ना कभी खत्म हुई है,,,
और ना शायद होगी,,,
और इसी इंतज़ार के साथ
हर रात,,,,इक नयी सुबह की तलाश,,,
इक अंजान मुसाफिर,,,,
,,,,,,,भटकते हुए ,,,बस,,,और,,,
घुमते रहते है कुछ पद्चिन्हों,,, के इर्द गिर्द,,,

यही मेरी कहानी है,,,

निर्मल अवस्थी

फिर भी जाने क्यों निर्मल मन,,, तन्हा सा है तुम बिन जीवन,,,

तुम पर सर्वस्व लुटाया मैंने,,,
यादो में हर पल बुलाया मैंने,,,
मनुहार किया,,,मन से मैंने,,
तुम्हे,,,प्यार किया दिल से मैंने,,,
फिर भी जाने क्यों निर्मल मन,,,
तन्हा सा है तुम बिन जीवन,,,

देखा है तुझे बस सपनो में,,,
लगते हो कुछ तुम अपने से,,,
हां चांदनी सी इन रातो में,,,
रिमझिम रिमझिम बरसातों में,,,
ख्वाबो में तुझे सजाया मैंने,,
फिर भी जाने क्यों निर्मल मन,,,
तन्हा सा है तुम बिन जीवन,,,

हो कोई परी,,, या हो रानी,,
सपनो में सुनी हुई कोई कहानी,,,
कभी इठलाती,,कभी शर्माती,,
कभी चुपके,,चुपके आकरके ,,,
मेरे सूने मन से कुछ कह जाती,,
क्या है ये,,,क्यों है ये
सच है ,,,या,,
सिर्फ ,,,आभास मात्र,,,
जो भी है ,,,अपना लगता है
इक प्यारा सपना लगता है

फिर भी जाने क्यों निर्मल मन,,,
तन्हा सा है तुम बिन जीवन,,,

Sunday, December 25, 2016

Sunday, December 4, 2016

SOME MAGICAL MOMENTS HAPPENED IN OUR LIFE THATS NEVER BE ERASE IN OUR MIND

SOME MAGICAL MOMENTS HAPPENED IN OUR LIFE THATS NEVER BE ERASE IN OUR MIND

कुछ चमत्कारी क्षण हमारे जीवन से ऐसे गुजरते है ,,,जिनको सोचकर हमारी जिन्दगी गुजर जाती है ,,,पर वो हमारे एहसासों में हमेशा जिन्दा रहते है

कुछ चमत्कारी क्षण हमारे जीवन से ऐसे गुजरते है ,,,जिनको सोचकर हमारी जिन्दगी गुजर जाती है ,,,पर वो हमारे एहसासों में हमेशा जिन्दा रहते है


Thursday, December 1, 2016

लबो पे मुस्कान लिए ,,, कुछ आँखों में नमी थी ,,, पर सरहद पे हम थे ,, थी अपनों की यादे ,,,

लबो पे मुस्कान लिए ,,,
कुछ आँखों में नमी थी ,,,
पर सरहद पे हम थे ,,
थी अपनों की यादे ,,,
पर हमारे अपनो (देशवासियों)की भी चिंता थी ,,हमे
इसीलिए कुछ अपनों को छोड़ा मैंने,,,
त्याग दिया अपने सपनो को ,,,
त्याग दिया मैंने अपनों को ,,,
भूल गया अपनी यादो को ,,,
इसीलिए आँखों में ,,,कुछ नमी थी ,,
हाँ मैं देश का सिपाही हूँ ,,


पर सीने में मेरे दिल भी होता है ,,
माँ बाबा की यादे भी आती है
जब तन्हाई में हम होते है ,,
तुम्हारी यादे भी सताती है ,,
हाँ वो मेरे बच्चे की हंसी ,,
जिसके लिए मैं भी बाबा बनने वाला हूँ
उसकी मुस्कान को ,,अपनी मुस्कान बना लिए ,,
पर शायद मैं रहूँ या ना रहूँ ,,,
तो कल शायद मेरी ही कमी हो ,,,
बस यही सोच कर ,,
मेरी आँखों में कुछ नमी है
मेरी जन्मभूमि ही मेरी माँ है
माँ भारती में मेरी साँसे रहती है
सवा अरब मेरे भाई बहन है
तो मुझे क्या कमी है
बस तिरंगा बने मेरे माथे का सेहरा
तू ही मेरा आसमा मेरी जमी है ,,,

जय हिन्द
जय भारत