Thursday, March 2, 2017

नाही किसी को तोड़ना चाहिए,,, नाही खुद टूटना चाहिए,,, क्योकि टूटने के पश्चात मनुष्य बिखर जाता है,, वो चाहे,,,विस्वास हो,,, ,,,प्रेम हो,,, या,,घृणा,,,।

नाही किसी को तोड़ना चाहिए,,,
नाही खुद टूटना चाहिए,,,
क्योकि टूटने के पश्चात मनुष्य बिखर जाता है,,
वो चाहे,,,विस्वास हो,,,
,,,प्रेम हो,,,
या,,घृणा,,,।

Nirmal Kumar Awasthi

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