Friday, March 30, 2018

मत बाँट मेरी किश्मत की लकीरों को,, डर लगता है टूट के बिखर ना जाऊ कहीं Nirmal Awasthi

मत बाँट मेरी किश्मत की लकीरों को,,
डर लगता है टूट के बिखर ना जाऊ कहीं
Nirmal Awasthi

No comments: