Sunday, December 2, 2012

कुछ कहता है कभी कभी खालीपन मेरा,

कुछ कहता है कभी कभी खालीपन मेरा,
यूं ही तन्हाईयो में कैसे गुजारे ये जिन्दगी ,
अब तो नसा सा छाया रहता है हर पल,
कभी न कभी तो होगा एक नया सवेरा,
कुछ कहता है कभी कभी खालीपन मेरा,

Saturday, November 24, 2012

real relations never be die

Relations never be die when we realize it always, when we feel this,
we think that yesterday onething when i was in childhood then we had many friends some was good some was bad, some very close and another was ....
and i feel and also i was think about that then i feel they all of with us
मै कल कुछ सोंच रहा था अचानक मै  अपने बचपन में बीते कुछ लम्हे याद करने लगा तो मुझे ये एहसास हुआ की जो सालो पहले मेरे दोस्त थे उनको मात्र याद करने से ऐसा महसूस हुआ की वो मेरे पास ही है
इसी लिए मुझे उस पल ऐसे लगा की असली रिश्ते कभी भी मरते नहीं बल्कि वो हर पल हर लम्हा हमारे दिल दिल में और और और अटूट होते रहते है ...................... 

Friday, November 23, 2012

A BLIND RACE OF CONSTRUCTION OF CONCRETE BUILDINGS IN INDIA

MAY BE CONSTRUCTION MEANING IS TO CREATE ANYTHING WHICH IS USEFUL FOR US
,FOR HUMAN BEINGS,FOR OUR NATURE, AND FOR THE WORLD
BUT NOW A DAYS CONSTRUCTION MEANING IS CHANGE
CONSTRUCTION = DISTRUCTION
WE ARE IN A BLIND RACE OF CONSTRUCTION OF CONCRETE BUILDINGS IN VILLAGES ,CITIES OR EVERYWHERE AND ALSO WE WANT ONLY OUR BENEFIT NOT ANOTHER BY MEANS OUR NATURE WHICH IS PROVIDING US FRESH ENVIRONMENT.
सिर्फ और सिर्फ हमारी यही  मानसिकता  बन गई है की कैसे भी हो बस हमारा फायदा होना चाहिए
कई लोग इसे प्यार से नाम देते है और बड़े ही प्यार से कहते है की ये गला काट प्रतिस्पर्धा का जमाना है
अरे भाई कम से कम इसका अंजाम भी तो सोचो की क्या  होगा  

save earth save energy

ye dhra ye gagan rhega to rehnge hum
inke bia nahi hai sambhav jivan
inki dekhbhal krna hai hmara kartavya
nhi honge ye to mar jayenge hum
save earth
save energy
then save yourself

dil me hsrate hai

dil me hsrate hai
mann me pyar hai
lekin ye dil janta hai
ki ye manjil bahut kathin hai
lekin ye dil mjboor hai
mann se bahut dur hai

krvate bdlti raheti hai kasmsati hui ichaaye

krvate bdlti raheti hai kasmsati hui ichaaye
kaun kitna door hai mujhse
jaane kaun mere paas aaye
jindgi ko dekh kar kbhi hairan ho jate hai hm bhi
ki kabhi inse kitni mohbbat thi aur aaj bhi hai
bus kuch phark ho gaya hai in nigaho me
ki kabhi to hmara saaya the lekin ab lgte hai kuch praaye se
lekin ab lgte hai kuch praaye se........................

jannat hai khusiyo ka khjana kahte hai kuch log jo

jannat hai khusiyo ka khjana kahte hai kuch log jo
pr gum hi gum virasat me milta hai jinhe unka kya,
hum to diwane hai isq krte hai aur bat te hai,
pr kuch log jo dusro ka chaino aman chinte hai unka kya,

tell me o khuda

कभी ख्वाबों कि परछाइयो तले

कभी ख्वाबों कि परछाइयो तले ,,,,,,,,

घूंघट उठा के देखा जो उनका ,,,,,,,,,,

तो शर्मा गयी  यादो की परछाई,,,,,,,,,,,,,,

जो दीदार हुआ उन नशीली आँखों का ,,,,,,,,,

खोये हुए  ख्यालो में खो गए हम यूं ही ,

तो   थम  गया जैसे हजारो गमो   सिलसिला। 

कभी ख्वाबों कि परछाइयो तले ,,,,,,,,

घूंघट उठा के देखा जो उनका ,,,,,,,,,,



LOVE IS A UNIQUE THING WHICH IS GIVEN BY GOD TO US

love is not blind because of love have feelings,dreams, thirsht,wishes,music and lot of things which are of imp.for any living being
OR
LOVE IS A UNIQUE THING WHICH IS GIVEN BY GOD TO US,

एक मुस्कान

एक मुस्कान बहुत निश्चल होती है,
हमारी नन्ही हथेलियों को छुकर के जाने हमसे क्या कहती है,
उसकी अनजान सी भाषा मेरे निर्मल मन को छुकर के,
एक अन्जाना सा एहसास दे जाती है ,

सूखे पत्तो सी बेजान हो गयी है ,

सूखे पत्तो सी बेजान हो गयी है ,
 मद्धम मद्धम सांसे फिर भी चल रही है ,
सपने सारे टूट गए है,
फिर भी जीने कि एक आशा है ',
जानते हम भी ये मकान है रेत  का,
कब बिखर जाए ये पता नही ,
मै  भी खो जाऊँ  शायद इसी रेत में   कही ,
जब कभी ढूंढें ये जमाना मुझे
जब कभी ढूंढें ये जमाना मुझे। ……………। ……… ................... …। …

jindgi me pair jmi pe pd jaye jo

jindgi me pair jmi pe pd jaye jo
meelo chlte chlte gar bichde parinde mil jaye to
kai ehsaaso ke ghronde bn jate hai is mann me
lekin socho jra gar ndi ke do kinare mil jaye to
..............................

jindgi ka ek safar to maine ji liya dosto

jindgi ka ek safar to maine ji liya dosto,
par kai safar hai baki abhi bhi
jindgi khubsurat lmha hai kisi ke liye to
kisi ke liye kaante ka taaj hai dosto

जब दिन की परछाईया ढलती है

jb din ki prchaiya dhlti hai
jb rat ka suraj ugta hai
un bite lmho me khokr k
jane hmko kya mil jata hai
mil jati hai hme nanhi si khusi
jb gujra daur hme yad ata hai
hlki purwa k jhoko sng
ek ansoo chalak sa jata hai

jb din ki prchaiya dhlti hai
jb rat ka suraj ugta hai................................................................. निर्मल mann

love creates emotions

मै सिर्फ उनसे प्यार करता हूँ जो मुझे प्यार नही करते क्योकि जो मुझे प्यार करते है उनके करीब तो मै हमेशा से ही हूँ लेकिन जिन्हें मै नही जनता हु उनसे प्यार करने का मजा ही कुछ और है,उनके साथ बात करना उनके संग घूमना रहना उन पलों में जीना रहना उनके संग बाते करने में अलग ही मजा आता है ,और उन पलों को describe करना सबके बस की बात नहीं है, हाँ ये जरूर है की हर व्यक्ति का नजरिया अपना खुद अलग ही तरीके का होता है ,जैसे अपनी हाथ की पांच उंगलियाँ बराबर नहीं होती है वैसे ही हर व्यक्ति का नजरियाँ अलग होता है॥

Friday, November 9, 2012

LOVE

love is not blind because of love have feelings,dreams, thirsht,wishes,music and lot of things which are of imp.for any living being
OR
LOVE IS A UNIQUE THING WHICH IS GIVEN BY GOD TO US,

एक मुस्कान

एक मुस्कान बहुत निश्चल होती है,
हमारी नन्ही हथेलियों को छुकर के जाने हमसे क्या कहती है,
उसकी अनजान सी भाषा मेरे निर्मल मन को छुकर के,
एक अन्जाना सा एहसास दे जाती है ,

POLITICS VS HUMANITY

Now a days a greater difference between politics and humanity when we compare with our past before 15 years
before 15years humanity being feelingful,we can trust with each other
and politics also for nation not for self ,but now a days humanity and politics having not honesty
their have no feelings
आजकल की तुलना में अगर हम मात्र 15 वर्ष पहले देखे तो तब मानवता हमारे ह्रदय में बस्ती थी  और आज सिर्फ और सिर्फ हमारी बातो में
ठीक उसी प्रकार राजनीति भी तब देश को सुद्रढ़ और समृद्ध बनाने के लिए और आज अपनी अपनी जेब भरने के लिए 

SAVE ENERGY RESOURCES

छिति जल पावक गगन समीरा , पंच रचित अति अधम सरीरा' 
इन्ही पंचतत्वो से मिलकर हमारे शरीर का निर्माण हुआ है ..
जिससे हमारे शरीर का निर्माण हुआ उसी को हम नष्ट कर रहे है 
और हम भी अपने अंत की ओर  जा रहे है क्यों हम लोग सब कुछ जानते हुए भी अपनी प्राक्रतिक संपदा को नष्ट कर रहे है ,

Friday, October 19, 2012

भरोसा(Trust)

भरोसा एक ऐसी चीज है ,जिसको न ही ख़रीदा जा सकता है न ही बेचा जा सकता है ,और न ही किसी मशीन में बनाया जा सकता है ,ये हमारे रिश्तों पर निर्भर करता है कि हमारे आपस के रिश्ते कैसे है और उन्ही के आधार पर हमे ये एहसास होता है कि हमारे रिश्तों में कितनी खटास है और कितने मजबूत है हमारे रिश्ते ये हमारे सिर्फ और सिर्फ भरोसे और हमारे आपस में प्यार पर निर्भर करता है



तो जी चलो हम एक दुसरे से करते है प्यार    ....................

A blind race of cocrete buildings instead of green plants

a blind race of construction  everywhere ,everybody wants to grow at any rate at any way
nobody want to help our earth our environment why it happens whereas everybody know about this and their result this is only a type of destruction


save environment
save earth
save ourselves

Saturday, October 13, 2012

एहसासों की परछाईयो तले

Friday, October 12, 2012

जिंदगी एक अनसुलझी पहेली

जिंदगी एक अनसुलझी पहेली सी हो हो गई है,
थकी सी हारी सी खंडहर की तरह बेजान हो गई है,
कोई पूछता है तो शब्द नही आते है जुबा पर ,
कुछ खो गया हो जैसे इसका ये अकेली सी हो गई है ,
जिंदगी एक अनसुलझी पहेली सी हो हो गई है,

Thursday, October 11, 2012

कुछ कहना चाहे तो किससे कहे

हम हर पल हर लम्हा कुछ कहेना चाहते है कुछ सुनना चाहते है,कुछ चाहते है,तो कुछ छिपाना चाहते है,लेकिन मेरे सामने ये बहुत बड़ा सवाल है मै... किस से कहू,किसको बताऊ अपने मनन की बात,किसको sunaau जो मेरे इस ह्रदय में उथल पुथल मचा रहा है,मेरे विचारो को समंदर के विशाल वेग से भी तेज क्र रहा है,आखिर कोई तो होना चाहिए जिसको मै अपने मनन की व्यथा बता सकूं...