भरोसा एक ऐसी चीज है ,जिसको न ही ख़रीदा जा सकता है न ही बेचा जा सकता है ,और न ही किसी मशीन में बनाया जा सकता है ,ये हमारे रिश्तों पर निर्भर करता है कि हमारे आपस के रिश्ते कैसे है और उन्ही के आधार पर हमे ये एहसास होता है कि हमारे रिश्तों में कितनी खटास है और कितने मजबूत है हमारे रिश्ते ये हमारे सिर्फ और सिर्फ भरोसे और हमारे आपस में प्यार पर निर्भर करता है
तो जी चलो हम एक दुसरे से करते है प्यार ....................
तो जी चलो हम एक दुसरे से करते है प्यार ....................